Shashi Tharoor: अमेरिका ने पहलगाम में आतंकी हमले को अंजाम देने वाले संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) को आतंकी संगठन घोषित किया है. भारत ने अमेरिका के इस कदम का स्वागत किया है. वहीं अब कांग्रेस के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने भी इस पर पहली प्रतिक्रिया दी है.
थरूर ने अमेरिका के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि यह बहुत पहले हो जाना चाहिए था. पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के सहयोगी TRF ने 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी. ये 2008 के मुंबई हमलों के बाद भारतीय नागरिकों पर सबसे घातक हमला था.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर थरूर ने कहा कि इस साल की शुरुआत में वॉशिंगटन में अमेरिकी अधिकारियों के साथ बैठकों के दौरान उन्होंने आतंकवादी समूहों को पनाह देने के मामले को लेकर पाकिस्तान को जवाबदेह ठहराने में अमेरिका की अनिच्छा पर सीधे सवाल उठाया था.
शशि थरूर ने निजी बातचीत का दिया ब्यौरा
थरूर ने लिखा, ‘वॉशिंगटन में निजी बातचीत में जब मैंने अमेरिकी अधिकारियों से सीधा पूछा कि अभी भी वो पाकिस्तान को आतंकी संगठनों का सुरक्षित पनाहगाह बनाने की अनुमति क्यों दे रहे हैं. US अधिकारियों ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में पाकिस्तान के कथित सहयोग की ओर इशारा किया गया. हाल ही में एबी गेट बम विस्फोट के लिए कथित रूप से जिम्मेदार व्यक्ति के आत्मसमर्पण की बात बताई, जिसमें काबुल एयरपोर्ट पर 23 अमेरिकी नौसैनिक मारे गए थे.’
उन्होंने आगे कहा, ‘आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान की कार्रवाई के बारे में हमारा शक उन आतंकी एजेंसियों के साथ हमारे अनुभव को दर्शाता है जो हमारे खिलाफ हैं, न कि उन एजेंसियों के साथ जिन्हें अमेरिका दुश्मन मानता है, जैसे कि ISIS-खोरासान.’
भारत ने बयान जारी कर अमेरिका के इस कदम का स्वागत किया है और इसे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण बताया. कहा कि ये कार्रवाई भारत और अमेरिका के बीच गहन सहयोग को दर्शाती है.
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