बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा की है, जिससे बिहार के 1.67 करोड़ नागरिकों को फायदा होगा. ये फायदा उपभोक्ताओं को 1 अगस्त, 2025 से मिलेगा. भले ही ये फैसला चुनाव को देखते हुए किया गया हो, लेकिन बिहार में बढ़ते बिजली बोझ को कम करने के लिए ये काफी अहम है.
125 यूनिट बिजली खपत पर कोई बिल नहीं
1 अगस्त 2025 से लोगों को 0 से 125 यूनिट तक बिजली खपत पर कोई बिल नहीं देना होगा. अगर खपत 125 यूनिट से ज़्यादा है, तो बिल देना होगा. बिहार में प्रति यूनिट बिजली की कीमत लगभग 7 रुपये 50 पैसे है तो 125 यूनिट की कीमत 937.50 रुपये हुई. यानी इस योजना के लागू होने से हर परिवार को कम से कम 937.50 रुपये की बचत होगी. शहरी इलाकों में अभी शुरुआती 50 यूनिट तक 7.50 रुपये और उसके बाद 7.96 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिल देना होगा.
बिहार में प्रति यूनिट बिजली की दर यूजर्स और बिजली खपत के आधार पर अलग-अलग निर्धारित है. घरेलू (डीएस–I) उपभोक्ताओं के लिए, पहले 50 यूनिट के लिए 7.57 रुपये प्रति यूनिट और 50 यूनिट से अधिक उपयोग के लिए 8.11 रुपये प्रति यूनिट है. डीएस–II (मांग आधारित घरेलू) उपभोक्ताओं के लिए 7.57 रुपये प्रति यूनिट है, जिसमें 80 रुपये प्रति किलोवाट या प्रति माह का एक निश्चित शुल्क शामिल है. पहले 50 यूनिट- 7.57 रुपये प्रति यूनिट, 50 यूनिट से ऊपर- 8.11 रुपये प्रति यूनिट, फिक्स चार्ज- 40 रुपये प्रति किलोवाट,
घरेलू उपभोक्ता को प्रति यूनिट 79 पैसे की संयुक्त छूट
घरेलू उपभोक्ता (DS-2) के लिए प्रति यूनिट 79 पैसे की संयुक्त छूट उपलब्ध है, जिसमें डीएस-1 स्लैब संशोधन से 54 पैसे और स्मार्ट मीटर लाभ के रूप में अतिरिक्त 25 पैसे शामिल हैं. शहरी घरेलू उपभोक्ता के लिए शुरू के 100 यूनिट- 7.42 रुपये प्रति यूनिट है, वहीं 100 यूनिट से ऊपर 8.95 रुपये प्रति यूनिट रखा गया था. बिहार में प्रति यूनिट बिजली की कीमत लगभग 7 रुपये 50 पैसे है, तो 125 यूनिट की कीमत 937.50 रुपये हुई. अब 937 रुपये का फायदा उपभोक्ताओं को होगा.
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