
फेसबुक पर लंबे समय से यह देखने को मिल रहा है कि कई यूज़र्स और पेज, ओरिजिनल क्रिएटर्स की मेहनत से बने पोस्ट को बिना इजाज़त के कॉपी करके अपने नाम से पेश कर रहे हैं. ऐसे में, कंपनी ने अब इन रीपोस्टिंग करने वाले अकाउंट्स पर लगाम कसने का फैसला लिया है ताकि असली क्रिएटर्स को उनका हक मिल सके और उनका कंटेंट ज्यादा लोगों तक पहुंचे.

फेसबुक ने अपनी आधिकारिक ब्लॉग पोस्ट में बताया है कि उसने एक लॉन्ग-टर्म योजना शुरू की है ताकि स्पैमी और डुप्लिकेट कंटेंट को कम किया जा सके और प्लेटफॉर्म पर असली क्रिएटिविटी को बढ़ावा दिया जा सके.

2025 की पहली छमाही में मेटा ने करीब 5 लाख से ज्यादा ऐसे अकाउंट्स के खिलाफ कार्रवाई की जो फर्जी एंगेजमेंट और कॉपी-पेस्ट वाले कंटेंट में शामिल थे. इसके तहत इन अकाउंट्स की पहुंच घटाई गई, कमाई पर रोक लगाई गई और कुछ मामलों में तो अकाउंट ही हटा दिए गए.

कंपनी ने साफ कहा है कि जो अकाउंट बार-बार किसी और के फोटो, वीडियो या टेक्स्ट पोस्ट को कॉपी करेंगे, उनका मॉनिटाइजेशन एक्सेस अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा. यानी उन अकाउंट्स से कमाई नहीं हो पाएगी और साथ ही उनके पोस्ट की रीच (distribution) भी कम कर दी जाएगी.

फेसबुक यह भी कह रहा है कि अगर उनके सिस्टम को किसी कंटेंट की डुप्लिकेट कॉपी मिलती है तो उसका प्रसार कम किया जाएगा ताकि असली क्रिएटर को ज़्यादा प्राथमिकता दी जा सके. कंपनी ऐसी तकनीक भी टेस्ट कर रही है जिसमें डुप्लिकेट कंटेंट पर ओरिजिनल सोर्स का लिंक जोड़ा जाएगा ताकि यूज़र्स असली पोस्ट तक पहुंच सकें.

मेटा का कहना है कि उन्हें तब कोई आपत्ति नहीं होती जब कोई क्रिएटर किसी वीडियो पर अपनी राय देता है, रिएक्शन वीडियो बनाता है या किसी ट्रेंड पर अपनी बात रखता है. लेकिन बिना अनुमति और क्रेडिट के किसी और का काम चुराना अब माफ नहीं किया जाएगा.

फेसबुक के इस नए नियम से ओरिजिनल कंटेंट क्रिएटर्स को बड़ा फायदा मिलेगा और उनकी मेहनत को सही पहचान भी. इसलिए, अगर आप फेसबुक पर एक्टिव हैं और कंटेंट शेयर करते हैं तो अब सतर्क हो जाएं वरना आपकी कमाई और पहुंच दोनों पर लग सकती है रोक.
Published at : 16 Jul 2025 02:09 PM (IST)
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