भारत में कृषि से होने वाली आय टैक्स फ्री होती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि किसानों को ITR (Income Tax Return) फाइल करने की ज़रूरत नहीं है। अगर आप एक किसान हैं और खेती से आगे बढ़कर डेयरी, फूड प्रोसेसिंग, कोल्ड स्टोरेज जैसे कारोबार में कदम रख चुके हैं या अपनी आय को शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं, तो ITR फाइल करना अनिवार्य हो जाता है। ITR भरने से न केवल आपकी वित्तीय स्थिति पारदर्शी रहती है, बल्कि यह आपके लिए कई सरकारी योजनाओं, सब्सिडी, बीमा पॉलिसी और बैंक लोन प्राप्त करने में सहायक साबित हो सकता है। अगर आप ट्रैक्टर, हाईड्रोपोनिक फार्मिंग या किसी अन्य कृषि तकनीक के लिए लोन लेना चाहते हैं, तो बैंक आपसे आय का प्रमाण मांग सकता है — ऐसे में ITR आपका सबसे मजबूत दस्तावेज़ बनता है। इसके अलावा, बीमा क्लेम, कानूनी विवाद, या टैक्स संबंधित किसी भी जांच में ITR एक सशक्त प्रमाण होता है। इसलिए, भले ही आपकी आय कृषि आधारित है, लेकिन यदि आप भविष्य में वित्तीय सुविधा, व्यवसायिक विस्तार या निवेश की योजना बना रहे हैं, तो ITR फाइल करना आपके लिए बेहद लाभदायक हो सकता है।