US Women Married in Pakistan: अमेरिका के इलिनॉय राज्य की 47 वर्षीय महिला मिंडी रास्मुसेन ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के अपर दीर जिले में रहने वाले सजिद ज़ेब खान से शादी कर ली है. ‘डॉन’ अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों की मुलाकात करीब एक साल पहले फेसबुक पर हुई थी. ऑनलाइन चैट और वीडियो कॉल्स के माध्यम से दोनों के बीच रिश्ता मजबूत हुआ. कई महीनों की बातचीत के बाद मिंडी रास्मुसेन ने सजिद ज़ेब खान को शादी का प्रस्ताव दिया. जब दोनों परिवारों की रज़ामंदी मिल गई, तब मिंडी पाकिस्तान पहुंचीं और शादी को औपचारिक रूप दिया.
पाकिस्तान पहुंची मिंडी, हुआ गर्मजोशी से स्वागत
मिंडी रास्मुसेन इस महीने की शुरुआत में 90 दिनों के विजिट वीज़ा पर पाकिस्तान पहुंचीं. जब वे इस्लामाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचीं, तो सजिद ज़ेब खान ने फूलों के गुलदस्ते के साथ उनका स्वागत किया. इसके बाद मिंडी ने इस्लाम धर्म अपना लिया और अपना नाम बदलकर ‘जुलेखा’ रख लिया.
गांव में हुआ पारंपरिक निकाह, लोगों ने किया स्वागत
इसके बाद यह जोड़ा सजिद ज़ेब खान के गांव, अपर दीर (खैबर पख्तूनख्वा) पहुंचा, जहां स्थानीय लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गांव वालों ने तोहफे दिए और इस मौके पर जश्न भी मनाया गया. दोनों की शादी इस्लामिक परंपराओं के अनुसार पारंपरिक निकाह के जरिए की गई.
परिवार की सहमति और पुलिस की पुष्टि
स्थानीय पुलिस अधिकारियों और दोनों परिवारों ने पुष्टि की कि यह विवाह आपसी सहमति और स्थानीय परंपराओं के अनुसार हुआ है. शादी के बाद मिंडी रास्मुसेन, यानी जुलेखा ने पाकिस्तान की तारीफ की. उन्होंने कहा, पाकिस्तान बहुत सुंदर और शांतिपूर्ण देश है. यहां के लोगों की मेहमाननवाज़ी मेरी उम्मीदों से कहीं ज्यादा है.
अमेरिका में परिवार को है शादी की जानकारी
उन्होंने यह भी बताया कि उनके अमेरिका में उनके पिता, बड़ी बहन और छोटे भाई को उनके प्लान की पूरी जानकारी थी और वे उनके सपोर्ट में हैं. जुलेखा ने अपने पति सजिद ज़ेब खान की तारीफ करते हुए कहा कि वे एक “प्यार करने वाले और विनम्र इंसान” हैं. उन्होंने कहा कि सजिद की सच्चाई और सम्मानजनक व्यवहार ने ही उनके रिश्ते को मजबूत किया.
सजिद ने कहा- हमने अपनी मर्जी से शादी की
सजिद ज़ेब खान ने बताया कि उनकी पत्नी ने इस्लाम अपनाने और शादी करने का निर्णय खुद लिया. वह एक स्वतंत्र महिला हैं जो अपने फैसले खुद ले सकती हैं. हमने अपनी मर्जी से शादी की है.
जुलेखा ने विदेशी लोगों से की पाकिस्तान आने की अपील
जुलेखा ने अन्य विदेशियों से पाकिस्तान आने की अपील करते हुए कहा, ‘मैं लोगों को पाकिस्तान आने और इसकी समृद्ध संस्कृति, मेहमाननवाज़ी और प्राकृतिक सुंदरता को अनुभव करने के लिए प्रोत्साहित करती हूं.’